’कहानी(25)-रतलाम मेडिकल काॅलेज की...........(गतांक से आगे)....... ’
गतांक में हमने पढ़ा था कि कलेक्टर श्री जी के श्रीवास्तव के स्थानांतरण होने पर उनके विदाई समारोह के रूप मे संगोष्ठी आयोजित की गई, जिसमें नवागत कलेक्टर दिप्टी गोड़ मुखर्जी ने भी शिरकत करी।
आई एम.ए भवन उद्घाटन समारोह मे मेडिकल कालेज का मुद्दा छायाः-
रतलाम के इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की स्थानीय इकाई की अपने चिकित्सक समुदाय से धन संग्रह कर गौशाला रोड़- राजेंद्र नगर में अपना स्वयं का एक भव्य सभागृह भवन का निर्माण की योजना फरवरी माह 2005 में पूर्ण हुई। इसके उद्घाटन का आयोजन आई.एम.ए स्थानीय इकाई द्वारा किया गया, जिसमें संगठन के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष पद्मश्री डॉक्टर बी सी पटेल ने “सूभेदार भवन“ के नाम से उक्त इमारत का उद्घाटन किया। श्री पटेल ने उत्साह भरे उद्बोधन में इस बात की आवश्यकता प्रतिपादित की की महाराष्ट्र(के उत्तरी) गुजरात(के पूर्व) राजस्थान(के दक्षिणी) व मध्य प्रदेश (के पश्चिमी) क्षेत्र में 20 करोड़ की आबादी पर कोई भी (पोस्ट ग्रेजुएट)स्नाकोत्तर चिकित्सा संस्थान नहीं है। अतएव शासन को इसकी पहल करना चाहिए।
श्री पटेल ने आगे यह भी कहा की रतलाम में मेडिकल कॉलेज स्थापित करने व उसका संचालन चिकित्सकों के माध्यम से करना चाहिए। आपने 700 आई.एम.ए शाखाओं का कोई भवन न होकर रतलाम शाखा द्वारा बनाए गए भवन बनाए जाने पर भूरी-भूरी प्रशंसा की व इसके बाद मेडिकल कॉलेज भी बनाने की अपेक्षा की।
प्ड। द्वारा बनाए गए इस भवन का के विभिन्न कक्षाओं का नामकरण भी किया गया। प्रथम तेल का नामकरण “डॉ निशिकांत शर्मा “हाल“। आई एम ए कार्यालय का नामकरण। “स्व. काकू भाई शाह स्मृति कक्ष“। अन्य स्थानों में “जागोटिया स्मृति कक्ष“। डॉ ठाकुर स्मृति विंग। सज्जन टेरेस गार्डन। कैप्टन शाह स्पोर्ट्स क्लब। “घाटे कॉन्फ्रेंस हॉल“ एवं “घाटे मेडिकल क्लास “ आदि रखा गया।
कार्यक्रम में विधायक श्री धूलजी चैधरी, कांग्रेस नेता श्री खुर्शीद अनवर, पूर्व सांसद श्री माणिक भाई अग्रवाल, संगठन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ सुरेश वर्मा ने अपने विचार रखे। डाॅ. एन. के. शाह ने अध्यक्ष भाषण दिया। अतिथि परिचय विष्णु बैरागी ने दिया।
इस मौके पर वरिष्ठ चिकित्सक डॉ एसएन मेहरा, डॉ प्रेम सिंह ठाकुर, डॉ एमएल गुप्ता, डॉ वी गोपालन, डॉ बी एस जैन, डॉ केके माहेश्वरी, डॉ श्री मोहन भाटिया, डॉ सैयद, डॉ आर.एस.तोमर सहित डॉ कीर्ति शाह, डॉ विपिन माहेश्वरी, डॉ पदम घाटे का उनके योगदान पर अभिनंदन किया गया। संचालन डॉ अनिल बाजपेई ने किया। संगठन के सचिव डॉ सुनील राठौर ने आभार माना।
उपग्रह समाचार पत्र मे विष्णु बैरागीः-
इस कार्यक्रम पर टिप्पणी करते हुए साप्ताहिक उपग्रह समाचार पत्र के 24 फरवरी से 2 मार्च 2005 के अंक में श्री विष्णु बैरागी लिखते हैं “रतलाम में मेडिकल कॉलेज की आवश्यकता भी है और भरपूर संभावना भी। कमी है तो केवल प्रभावी नेतृत्व की। और ऐसी पहल की। इससे पहले मेडिकल कॉलेज की सुरसुरी जरूर चलाई गई लेकिन वह नितांत चालू किस्म की अगंभीर (बचकानी कहना ज्यादा उचित होगा) कोशिश थी। लेकिन इस कोशिश के कारण सरसरी तौर पर एक भूमिका जरूर बनी हुई है। ऐसे में यदि आई एम में रतलाम के डॉक्टर इस नेक मुहिम का नेतृत्व करते हैं तो “वेल बेगिन हाफ डन“ की तर्ज पर आधी मुश्किले है तो वैसे ही हल हो जाएंगी। हमारा मानना है कि रतलाम में देने वालों की कमी नहीं है। देने वाले थौलियंा खोल देंगे। लेकिन लेने वाले की शक्ल पर भी सब कुछ निर्भर करता है। वैसे भी जब डॉक्टर लोग मेडिकल कॉलेज खोलो अभियान का नेतृत्व करेंगे, तो पहले प्रभाव होगा विश्वास स्थापित होने का। किसी भी अभियान के लिए विश्वास ही पहले और सबसे बड़ा और सर्वाधिक आवश्यक कारक होता है। जब शुरुआती ऐसी होगी तो सफलता असंदिग्ध है। यदि आई एम की रतलाम इकाई इस अभियान का नेतृत्व करती है तो लोग देखेंगे कि उनके पीछे पूरा रतलाम चल पड़ेगा। अपने पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष के अवहान को आई.एम. ए.रतलाम के सदस्यगण गंभीरता से ले या हमारी नहीं प्रत्येक रतलाम की अपेक्षा भी है आशा भी, और अनुरोध भी है। रतलाम में मेडिकल कॉलेज खोलने से बढ़िया नया काम आपके पास फिर भला और क्या हो सकता है। कामयाबी आपके कदम चूमने को बेताब है। फिलहाल आप कदम तो बढ़ाईये है।“
सागर मे सरकारी मेडिकल कालेजः-
पूर्व के अंकों में वर्णन आया था कि सागर में विश्वविद्यालय स्तर पर मेडिकल कॉलेज खोलने की तैयारी प्रारंभ हुई थी । अब यह समाचार आया है कि उसके प्रस्ताव को मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया द्वारा खारिज कर दिया गया है।
यह जानकारी स्वास्थ्य मंत्री डॉ गौरी शंकर शेजवार द्वारा विधानसभा में देते हुए कहा कि डॉक्टरों की कमी को देखते हुए अब शासन अपने स्तर से सागर में मेडिकल कॉलेज की स्थापना करेगी।
बड़े मुल्ला साहब से सहयोग की गुहारः-
मेडिकल कॉलेज की स्थापना को लगे झटके से उबरने के प्रयास हो रहे हैं और किसी भी स्तर से-किसी भी के भी सहयोग से-या किसी भी माध्यम से, किसी भी बैनर तले- कैसे भी कॉलेज खुल जाए- यह बात हर रतलामी के मन में कसक लेते हुए चल रही है। और इसी दर्मयान बोहरा समाज के 52वे धर्मगुरु डॉ सैय्यदना साहब का रतलाम में आगमन की खबर आई।
रतलाम बोहरा समाज का बड़ा गढ़ है तथा इस समाज के यहां के व्यापारी विश्व में अनेक देशों में बड़े व्यापार से जुड़े होकर के आर्थिक रूप से संपन्न है। बड़े मुल्ला साहब के इशारे पर कोई भी दानदाता कितना भी बड़ा दान देने हेतु सक्षम है। यह सोच रखते हुए रतलाम के लोगों की डॉक्टर सैयदना साहब की तरफ आशा भरी नजरों से निगाहें टिकी।
दाऊदी बोहरा समाज के धर्मगुरु डॉ सैयदना साहब के रतलाम प्रवास के दौरान कलेक्टर दीप्ति गौरव मुखर्जी एवं अपर कलेक्टर जेके जैन ने भी उनसे सौजन्य भेट की और इस निजी भेट के समय बातों ही बातांे मे मेडिकल कॉलेज की स्थापना के विषय को लक्ष्य लेकर, इस हेतु सहयोग देने का उनसे आग्रह किया।
डॉ सैयदना साहब से अन्य प्रतिनिधिमंडल भी मिले, जिसमें जनशक्ति के संयोजक श्री राधाबल्लभ खंडेलवाल ने नगर में प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज में सहयोग देने का आग्रह किया। मानव सेवा समिति द्वारा संचालित ब्लड बैंक के प्रभारी श्री गोविंद काकानी ने भी उनसे इसी उम्मीद से भेंट करी।
क्रमशः...........
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