’कहानी(21)-रतलाम मेडिकल काॅलेज की...........(गतांग से आगे)....... ’
दिनांक 15.12.2023
’कहानी(21)-रतलाम मेडिकल कॉलेज की...........(गतांक से आगे)....... ’
रतलाम शहर में मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिये किये जा रहे सतत प्रयास अब रंग लाने लगे। विश्वविद्यालय द्वारा मेडिकल कॉलेज की स्थापना का कार्य हाथ में लेने का निर्णय जब लिया गया तब श्री बुद्धदेव जी महाराज के ट्रस्टीगण भी लम्बे इंतजार के बाद उनके साथ अक्टूबर 2004 के अंत में रतलाम आए।
उन्होंने श्री बुद्धेश्वर आश्रम में कॉलेज स्थापना के संबंध में स्वामी बुद्धदेवजी महाराज के सानिध्य में आयोजित बैठक में कॉलेज निर्माण की कार्ययोजना पर विचार किया गया। बैठक में स्वामीजी की प्रेरणा से स्वामी बुद्धदेव ट्रस्ट मुंबई के सदस्य मुंबई निवासी मनसुखभाई ने एक करोड रुपए देने का आश्वासन दिया।
बैठक में जिलाधीश तथा कॉलेज स्थापना के लिये प्रयासरत स्थानीय कोर ग्रुप सदस्यों को अवगत कराया कि पचास करोड़ की योजना के मान से अब तक इस योजना हेतु सत्तर प्रतिशत संसाधन जुटाये जा चुके है। गत दिवस आयोजित बैठक में स्वामी बुद्धदेवजी महाराज के सानिध्य मेें उनके ट्रस्ट के सदस्यों ने मेडिकल कॉलेज स्थापना की दिशा में अब तक के प्रयासों की समीक्षा की।
पूर्व विधायक शिवकुमार झालानी के आग्रह पर महाराष्ट्र, गुजरात एवं पंजाब से पधारे स्वामीजी के भक्तों ने मानव कल्याण की सेवा में स्वामीजी के दृष्टिकोण एवं उनकी भावना के अनुरूप उनकी अभिलाषा को पूर्ण करने के लिये अपनी ओर से हरसंभव सहयोग का भी भरोसा दिलाया।
बैठक में जिलाधीश श्री जी. के. श्रीवास्तव ने बताया कि विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा सिद्धान्ततः इस कॉलेज की स्थापना के लिये आवेदन राज्य शासन को भेजने की योजना बनाई जा चुकी है। राज्य शासन को पे्रषित करने के लिये प्रोजेक्ट रिपोर्ट भी तैयार कर ली गई है, जो केन्द्र सरकार के अंतर्गत मेडिकल काउन्सिल ऑफ इंडिया को स्वीकृति हेतु भेजी जायेगी।
इस योजना के अनुसार जिलाधीश ने भक्त मंडल के समक्ष प्रस्ताव रखा की यदि होस्टल एवं कॉलेज के लिये आवश्यक आठ करोड़ के भवन निर्माण बनाकर दे दिये जाए तो जिला चिकित्सालय के उन्नयीकरण का कार्य रतलाम के विभिन्न दानदाताओं के माध्यम से कराया जा सकेगा। जबकि जिला चिकित्सालय रतलाम के साथ ही कॉलेज के लिये भूमि एवं अन्य संसाधन जिला प्रशासन द्वारा जुटाये जाने की व्यवस्था की जाएगी। इसी प्रकार कॉलेज निर्माण के बाद उसके संचालन का दायित्व विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा किया जाएगा। कार्ययोजना का अध्ययन कर स्वामी श्री बुद्धदेवजी ट्रस्ट के प्रमुख ट्रस्टी भरतभाई देसाई ने पूर्ण आर्थिक सहयोग का आश्वासन दिया।
बैठक में स्वामी बुद्धदेवजी के साथ ही जिलाधीश श्री जी. के. श्रीवास्तव, भरत देसाई, प्रवीण भाई, मनुभाई, प्रदीपभाई, मनसुखभाई, पूर्व विधायक शिवकुमार झालानी, एडीएम जे.के.जैन, समाजसेवी अनिल झालानी एवं शब्बीर डासन उपस्थित थे।
नगर निगम चुनाव में मेडिकल कॉलेज की चर्चा
मेडिकल कॉलेज की इन्हीं तैयारी के बीच वर्ष 2004 नवंबर में नगर निगम के चुनाव होने का वक्त आ गया। गर्मागरम माहौल के बीच शहर में इसके पक्ष में वातावरण बनाने तथा राजनीतिक दलों को इस दिशा में भविष्य में सक्रिय रूप से सहयोग प्रदान करने का दबाव बनाने के लिए सामाजिक कार्यकर्ता अनिल झालानी एवं शब्बीर डासन ने सभी राजनीतिक दलों से अपील करी कि उनके चुनाव में घोषणा पत्रों में इस बात का समावेश किया जाए की मेडिकल कॉलेज की स्थापना के प्रयासों में उनके द्वारा आवश्यक सहयोग दिया जाएगा।
यघपि नगर पालिका निगम के चुनाव से मेडिकल कॉलेज का कोई सीधा संबंध नहीं था, तथापि राजनीतिक दलों तथा प्रत्याशियों से मेडिकल कॉलेज की स्थापना में सहयोग देने वाले को ही चुनाव में प्राथमिकता देने की आम मतदाताओं से भी अपील की।
इसका सुखद परिणाम यह हुआ भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों ने जहां अपने चुनाव घोषणा पत्रों में इस हेतु सहयोग देने का उल्लेख किया वहीं पारस सकलेचा की मालवा देशम पार्टी ने मेडिकल कॉलेज खोलने हेतु नगर निगम की ओर से एक करोड़ का अनुदान देने तक की घोषणा की।
इस प्रकार जनमानस तैयार करने का इस रूप में भी एक सशक्त प्रयास किया गया।